जिसका इंतजार साल भर ईसाई समुदाय के लोग करते हैं वह त्योहार निसंदेह वह क्रिसमस (Christmas) ही है, सिर्फ ईसाई समुदाय ही क्यों, क्रिसमस (Christmas) एक ऐसा त्यौहार है जिसे दुनिया भर के सभी देशों और सभी धर्मों के लोग मनाते हैं।
इस दिन सैंटा क्लॉज छोटे बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं, जिसके लिए छोटे बच्चे इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। ईसाइयों के सबसे पूजनीय और पवित्र ईसा मसीह के जन्मदिन को लेकर कई सारी मान्यताएं और धारणाएं पुराने समय से प्रचलित चली आ रही थीं। प्राचीन समय में ईसाई समुदाय में ईसा मसीह के जन्मदिन को लेकर काफी मतभेद थे, क्योंकि उनके पवित्र धर्म ग्रंथ बाइबिल में कहीं भी ईसा मसीह के जन्मदिन की पुष्टि नहीं थी।
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इससे पहले तमाम चर्च और बड़े धर्म संस्थान ईसा मसीह के जन्मदिन को अपने अपने मतों के अनुसार मनाते चले आ रहे थे, लेकिन ईसा मसीह के जन्मदिन के संशय को लेकर ईसाई समुदाय काफी चिंतित था। इसके चलते सभी समूहों के अनुयायियों ने मिलकर यह निर्णय किया कि किसी एक दिन को सुनिश्चित किया जाए, जिस दिन ईसा मसीह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा सके।
ईसा मसीह के जन्मदिन को अपने हिसाब से मनाते है
सभी के परामर्श से चौथी शताब्दी में यह निर्णय लिया गया कि 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाएगा। 25 दिसंबर का दिन चुनने के पीछे वजह यह थी कि इस दिन साल का सबसे बड़ा दिन होता है। नियम तो बन गया, लेकिन अभी भी बहुत सारे लोग ईसा मसीह के जन्मदिन को अपने हिसाब से मनाते चले आ रहे थे।
वहीं अमेरिका की बात करें तो 1836 में अमेरिकी सरकार ने 25 दिसंबर को क्रिसमस (Christmas) दिवस के रूप में घोषित कर दिया और इस दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा भी की गई। फिर धीरे-धीरे पूरी दुनिया में 25 दिसंबर ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में स्वीकार कर लिया गया और तब से इस दिन क्रिसमस मानाने की यह परंपरा चली आ रही है।
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