सिटी न्यूज एलर्ट। शारदीय नवरात्रि (Navratri) आज से यानी 7 सितंबर से शुरू हो रहा है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। इस साल शारदीय नवरात्रि आठ दिन के हैं। इस बार चतुर्थी और पंचमी तिथि एक साथ पड़ रही है, ऐसे में 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र 14 अक्टूबर तक रहेंगे और 15 अक्टूबर को विजयदशमी यानी दशहरा मनाया जाएगा।
नवरात्रि पूजा की सामग्री (Navratri Puja Samagri)
लाल कपड़ा, चौकी, कलश, कुमकुम, लाल झंडा, पान-सुपारी, कपूर, जौ, नारियल, जयफल, लौंग, बताशे, आम के पत्ते, कलावा, केले, घी, धूप, दीपक, अगरबत्ती, माचिस, मिश्री, ज्योत, मिट्टी, मिट्टी का बर्तन, एक छोटी चुनरी, एक बड़ी चुनरी, माता का श्रृंगार का सामान, देवी की प्रतिमा या फोटो, फूलों का हार, उपला, सूखे मेवे, मिठाई, लाल फूल, गंगाजल और दुर्गा सप्तशती या दुर्गा स्तुति आदि।
शारदीय नवरात्रि (Navratri) डेट-
हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि का पर्व गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021 से प्रारंभ होगा. शारदीय नवरात्रि का पर्व 15 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगा।
Navratri के नौ दिन की तिथियां
- 7 अक्टूबर, गुरूवार – प्रतिपदा घटस्थापना और माँ शैलपुत्री पूजा।
- 8 अक्टूबर, शुक्रवार -द्वितीय माँ ब्रह्मचारिणी पूजा।
- 9 अक्टूबर, शनिवार – तृतीया और चतुर्थी माँ चंद्रघंटा पूजा और माँ कुष्मांडा पूजा।
- 10 अक्टूबर, रविवार – पंचमी माँ स्कंदमाता पूजा।
- 11 अक्टूबर, सोमवार – षष्ठी माँ कात्यायनी पूजा।
- 12 अक्टूबर, मंगलवार – सप्तमी माँ कालरात्रि पूजा।
- 13 अक्टूबर, बुधवार -अष्टमी माँ महागौरी पूजा।
- 14 अक्टूबर, बृहस्पतिवार -नवमी माँ सिद्धिदात्री पूजा।
- 15 अक्टूबर,शुक्रवार -दशमी नवरात्रि पारण/दुर्गा विसर्जन।
Navratri में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
- शुभ मुहूर्त 07 अक्टूबर, गुरूवार प्रातः 06:17 से आरम्भ होकर 10:11 तक रहेगा।
- अभिजीत मुहूर्त 11:46 से आरंभ होकर 12:32 तक रहेगा।
- इस मुहूर्त में कलश या घाट स्थापना करना भक्तों एक लिए विशेष रूप से फलदायी होगा।
- जो देवी भक्त इन नौ दिनों के दौरान उपवास रखते हैं, उनके लिए पारणा का मुहूर्त 15 अक्टूबर को होगा।
- 15 अक्टूबर को धूमधाम के साथ विजयदशमी का त्योहार यानी दशहरा मनाया जाएगा।
- इसी दिन बंगाल प्रथा के अनूसार दुर्गा विसर्जन भी बड़ी धूमधाम से किया जाएगा।