भोपाल, सीएनए। हिजाब (hijab) को लेकर देश में बवाल चल रहा है इस बीच एक और खबर आ रही है जो इस आग में घी डालने का काम कर सकता है।
दरअसल हुआ ये की एमपी के स्कूली शिक्षा मंत्री ने ये आदेश दे दिया की अगले सेशन से सभी स्कूलों में ड्रेस कोड लागू किया जायेगा, और सभी को उसका पालन करना होगा। उनसे जब यह पूछा गया की क्या हिजाब पर बैन लगाया जायेगा तो उन्होंने कहा की हिजाब ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं है।
हिजाब पहनकर स्कूल आएगा तो उस पर प्रतिबंध लगेगा
आगे उन्होंने कहा की अगर कोई हिजाब पहनकर स्कूल आएगा तो उस पर प्रतिबंध लगेगा। सभी को स्कूल यूनिफॉर्म कोड के हिसाब से ही आना होगा। वहीं, इस पर बहस छिड़ने के बाद उन्होंने फिर यूनिफॉर्म कोड का नए सिरे से व्याख्या किया है।
मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि एमपी स्कूली शिक्षा विभाग आगामी सत्र से बच्चों के ड्रेस कोड पर काम कर रहा है। स्कूल आने वाले सभी विद्यार्थियों में समानता का भाव रहे। अनुशासन के साथ ही हर स्कूल की अलग पहचान बने, इसे लेकर स्कूल शिक्षा विभाग काम कर रहा है। अगले सत्र से प्रदेश में ड्रेस कोड लागू हो जाएगा। हमलोग समय रहते विद्यार्थियों को सूचित कर देंगे ताकि समय से वह ड्रेस तैयार करवा लें।
इसे भी पढ़ेः 1 करोड़ 54 लाख 94 हजार 54 रुपए की संपत्ति योगी आदित्यनाथ के पास
गौरतलब है कि एमपी कोविड की वजह से 31 जनवरी तक स्कूल बंद थे। सरकार की तरफ से एक फरवरी से स्कूल खोलने के लिए निर्णय 50 फीसदी क्षमता के साथ लिए गए हैं। वहीं, 17 फरवरी से प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू हो रही हैं। कोरोना की स्थिति अगर सामान्य रही तो एमपी में सभी सरकारी स्कूल सुचारू रूप से संचालित होंगी और ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया जाएगा।
ये है मामला
कर्नाटक के स्कूल में जब स्कूल खुला तो कुछ लड़कियां हिजाब (hijab) पहन कर स्कूल आ गई तो उन्हें स्कूल प्रशासन ने स्कूल में नही घुसने दिया तो उन लड़कियों ने गेट पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे यह मामला बढ़ता गया और अब इसके सांम्प्रादयिक रंग लेने का अंदेशा है।