जींद, सीएनए। सरकार द्वारा बनाये गये तीनों कृषि कानूनों पर किसानों ने महापंचायत (Mahapanchayat) बुलाई। इस पंचायत में किसान नेता टिकैट समेत कई किसान नेताओं को बुलाया गया था।
किसान आंदोलन (Farmer Protest) का समर्थन करने के लिए जींद में आयोजित ‘महापंचायत’ (Mahapanchayat) के दौरान वह मंच टूट गया। जिस पर भारतीय किसान यूनियन (BKU) प्रमुख राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और अन्य किसान नेता बैठे हुए थे।
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जींद के कंडेला गांव में महापंचायत आयोजित हुई, जिसमें कई खाप नेताओं ने भी हिस्सा लिया। इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।किसान आंदोलन को धार देने के लिए आज जींद में महापंचायत (Mahapanchayat) का आयोजन किया गया है।
कंडेला खाप द्वारा कराई जा रही इस महापंचायत (Mahapanchayat) को अन्य खापों का भी सहयोग प्राप्त है। राकेश टिकैट के कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ही बड़ी संख्या में किसान पहुंच चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करीब दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दिया है।
गौरतलब है की जब टिकैत भावुक हुए थे तो कंडेला गांव के लोगो ने जींद चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया था जिसके बाद पूरे हरियाणा भर से किसान आंदोलन को समर्थन मिला था और बड़ी संख्या में लोग दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच गए थे।
‘आंदोलन के बाद जेल में रहूंगा’
खुद पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने की बात पर टिकैत ने कहा, ‘जब तक आंदोलन चल रहा है चलता रहेगा। उसके बाद जेल में रहूंगा’। मीडिया ने लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने की घटना पर सवाल किया तो टिकैत ने कहा कि यह सब सरकार की मिली-भगत थी।