नई दिल्ली, सीएनए। जी, हां आपने सही पढ़ा, देश लौटे छात्र बोले- तिरंगा न होता तो हम वापस नहीं आ पाते। इससे पता चला की विदेश में तिरंगे की ताकत क्या है, यह युद्धग्रस्त यूक्रेन से स्वदेश लौटे छात्र-छात्राओं की बातों से पता लगा है।
जानकारी के अनुसार, ऐसे कई विडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें तिरंगा लगी गाड़ी देख यूक्रेनी और रूसी सैनिक गोलीबारी रोक दे रहे हैं। इतना ही नहीं, भारतीय छात्रों को रास्ता भी दिखाया जा रहा है।
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तिरंगे की वजह से वे सुरक्षित वापस लौट सके
भारत लौटे छात्रों का भी कहना है कि तिरंगे की वजह से वे सुरक्षित वापस लौट सके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा के आदित्य सिंह यूक्रेन में हैं। उन्होंने फोन पर अपने परिजनों को बताया कि यहां खाने-पीने की दिक्कत है, पहले भारतीय दूतावास से संपर्क नहीं हो रहा था।
संपर्क होने के बाद तीन बसों में करीब 150 छात्रों को लेकर रोमानिया के लिए निकले हैं। बेटे ने बताया कि तिरंगा देखकर रूसी सैनिकों ने भी मदद की और रोमानिया तक पहुंचाया। यूक्रेन से लौटी छात्रा साक्षी ने बताया कि हमें यूक्रेन में पता चला कि तिरंगे का क्या महत्व है।
हमें पहले ही निर्देश मिले थे कि तिरंगा साथ नहीं होगा तो किसी भी पल आप पर भी हमला हो सकता है। मैं भी तिरंगा लगाकर निकली थी, इसलिए सुरक्षित वापसी हो सकी।