आज कल थ्री पिन प्लग का इस्तेमाल हर घर में हो रहा है चाहे वह छोटा उपकरण हो या बड़ा इस थ्री पिन प्लग का उपयोग बहुत ही तेजी बढ़ रहा है। क्या आप को पता है कि थ्री पिन प्लग में सबसे पहला (first pin) पिन बड़ा क्यों होता है। अगर आप नहीं जानते तो चलिए हम आप को बताते है।
थ्री पिन प्लग का इस्तेमाल ऐसे विद्युत उपकरण जिनमें बिजली का प्रवाह ज्यादा होता है उनमें अनिवार्य रूप से थ्री पिन प्लग का इस्तेमाल किया जाता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो इसके दो प्रमुख कारण हैं।
पहला कारण
पहला कारण यह कि पहला पिन (first pin) बड़ा होने के कारण शेष दोनों पिनों को इलेक्ट्रिक फीमेल प्लग में फिक्स बनाए रखने में सहायता होती है। जिससे फीमेल प्लग में आसानी फंस जाता है और गिरने का डर नहीं रहता। इससे शार्ट-सकर्टि का भी खतरा कम रहता है।
दूसरा कारण
जानकारी का मानना है कि दूसरा कारण यह है कि इलेक्ट्रिक प्लग में एक पॉजिटिव और दूसरा नेगेटिव पिन होता है। लेकिन जो सबसे ऊपर तीसरा या जिसे पहला पिन (first pin) कहा जा रहा है, अर्थिंग का होता है। अर्थिंग यानी वह वायर जो इलेक्ट्रिक पोल में नहीं बल्कि जमीन के नीचे जाकर एक विशेष प्रक्रिया के तहत कनेक्ट किया गया है।
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बतादें कि अर्थिंग का वायर हादसों को बचाने के लिए लगाया जाता है। इसी वजह से पहला पिन शेष दोनों पिनों से बड़ा होता है, ताकि फीमेल प्लग में इंसर्ट होते समय सबसे पहले अर्थिंग कनेक्ट हो और पॉजिटिव या नेगेटिव में यदि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी है तो उसे बड़े हादसे में बदलने से रोका जा सके। अब तो आप की यह जिज्ञासा सप्तात हो गई होगी की थ्री पिन का पहला पिन बड़ा क्यों होता है।