आमदनी Nil, 41 हजार का बिजली बिल, टूटते, भूखे मरते पाक में बगावत जी, हां पाकिस्तान का तेजी से पतन हो रहा है। जिन्नालैंड के लोग अपने बच्चों को एक वक्त का खाना भी ठीक से नहीं खिला पा रहे। लेकिन इन बातों से बेपरवाह पाकिस्तान की सरकार महंगी बिजली के बिल की वसूली में लगी है। ये बिजली के बिल पाकिस्तान में लोगों को खुदखुशी के लिए मजबूर कर रहे हैं।
बेलगाम बिजली के बिलों ने पाकिस्तान से लेकर पीओके तक बगावत करवा दी है। पाकिस्तान जिस पीओके को अपना कहता है वहां इंसान जहन्नुम से बुरी जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन अब केवल पीओके ही नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान में सिस्टम, सेना और सरकार के खिलाफ जनता ने बगावत कर दी है।
पाकिस्तान में बगावत और हिंसा की कई छोटी-बड़ी घटनाएं हुई
बीते कुछ महीनों में टूटते, बिखरते और भूखे मरते पाकिस्तान में बगावत और हिंसा की कई छोटी-बड़ी घटनाएं हुई हैं। जिनके बच्चें घर में भूख से तड़प रहे थे उन्हें अब मौत का भी खौफ नहीं। बिजली के बेरहम बिलों ने पाकिस्तानियों के सब्र का बांध तोड़ दिया है। पाकिस्तान के आम लोग अब खुलकर बगावत पर उतर आए हैं।
पाकिस्तान के अंतरिम प्रधान मंत्री अनवर काकर ने रविवार को एक आपात बैठक की, लेकिन उपभोक्ताओं को राहत देने के कदम पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका, सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी ने डॉन न्यूज को बताया कि बिजली पर बैठक सोमवार को भी जारी रहेगी और बिजली को कुछ राहत दी जाएगी।
पाकिस्तान में, पिछले कुछ महीनों में कई बढ़ोतरी के बाद लोगों को प्रति यूनिट 42 रुपये तक का भुगतान करना पड़ रहा है। आईएमएफ द्वारा निर्धारित शर्तों के तहत शहबाज शरीफ सरकार। डॉन ने बताया कि पेशावर में नागरिकों ने सड़कों और राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और कहा कि बिजली गुल हो गई है।
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