Wednesday, September 27, 2023
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चंद्रयान-3 की लैंडिंग स्थल को मिला शिव शक्ति नाम तो जाने क्‍यों हुआ हंगामा

चांद के दक्षिण पोल पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफलता के साथ हो गई है। चांद पर जिस जगह पर चंद्रमा ने लैंड किया है उस जगह को शिव शक्ति पॉइंट रखने का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ऐलान के बाद कई लोगों ने इस ऐलान को लेकर अपना विरोध जताया है।

इसी बीच भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने भी बयान दिया है। इस विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह का विवाद नहीं होनाचाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिव शक्ति का अर्थ जिस तरह से समझाया है और बताया है वो सभी के लिए सही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि शिव शक्ति महिला और पुरुष दोनों को दर्शाता है। इसरो में महिलाओं का योगदान है। संगठन में उस तरह का तालमेल बैठाने की जरुरत है। पीएम मोदी का कहना है कि ये नाम सभी के लिए उपयुक्त है। इसरो प्रमुख ने कहा कि तिरंगा नाम भी दिया है, जिसमें दोनों भारत को दर्शाते है।

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि 23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिण पोल पर सफल लैंडिंग करने की उपलब्धि हासिल की थी। इस क्षेत्र में पहली बार किसी देश ने सॉफ्ट लैंडिंग की है। भारत के इस बेहद अहम मिशन की सफलता के बाद इसरो प्रमुख ने रविवार को केरत के तिरुवनंतपुरम में भद्रकाली मंदिर दर्शन भी किए।

उन्होंने कहा कि मिशन की सफलता के बाद चांद या अंतरिक्ष में किसी जगह का नामकरण किया जाना नई बात नहीं है। कई देशों में पहले ऐसा हो चुका है। चांद पर कई भारतीय नाम है। ऐसा दूसरे देश भी कर चुके है। ये परंपरा है कि जब कोई देश चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करता है तो उस जगह को खास नाम देता है, ताकि उस उपलब्धि का जश्न मना सके।

पीएम मोदी ने किए थे कई ऐलान

पीएम नरेन्द्र मोदी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों से मिलने के लिए यूनान की राजधानी एथेंस से शनिवार को सीधे बेंगलुरु पहुंचे। उन्होंने घोषणा की कि चंद्रयान-3 लैंडर चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर उतरा है, उसका नाम ‘शिव-शक्ति पॉइंट’ रखा जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास का ‘‘असाधारण क्षण’’ करार दिया और कहा कि चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने 2019 में अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे ‘तिरंगा पॉइंट’ के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने की याद में भारत 23 अगस्त की तारीख ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाएगा।

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